मरने के बाद इंसान या तो कुछ ऐसे अमल कर गया हो जो उसको सवाब पहुंचाते रहते हैं या कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिससे मय्यत ( Deceased )को सवाब पहुँचाया जा सकता है
यहाँ पर पांच चीजें ऐसी बयान की जाती हैं जिनके बारे में रसूल्लुल लाह सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया है कि ये चीज़ों मय्यत को सवाब पहुंचाती हैं
1. नमाज़े जनाज़ा
नमाज़े जनाज़ा फ़र्जे किफाया है मतलब अगर कुछ लोगों ने मय्यत की नमाज़े जनाज़ा अदा कर ली तो सब लोगों पर से इस की ज़िम्मेदारी हट जाएगी और अगर किसी ने नहीं पढ़ी ऐसे ही दफना दिया तो तो तमाम इलाके वाले इसके लिए गुनाहगार होंगे
2. मय्यत ( mayyat ) के वो बच्चे जिनका पहले ही इनतकाल हो गया हो
यानि कुछ बच्चे जो अपनी कम उम्र में ही इस दुनिया से चले गए और उनके मां बाप को इस पर सब्र करना पड़ा लेकिन उन्होंने सब्र किया इस सब्र का बदला अल्लाह उनको इस शक्ल में देता है कि यही बच्चे अपने मां बाप के मरने के बाद बहुत बड़े सवाब का जरिया बन सकते हैं
3. मय्यत के किये वादे पूरे करना और क़र्ज़ अदा करना
जैसे कि रसूल्लुल लाह सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम के पास एक औरत कबीला जुहैना से आई उस ने पुछा कि मेरी मां ने हज पर जाने की मन्नत मानी थी लेकिन वो हज कर न सकी और इस दुनिया से चली गयी तो क्या मैं अपनी मां की तरफ से हज कर सकती हूँ
अल्लाह के नबी ने फ़रमाया हाँ उनकी तरफ से हज करो क्या तुम्हारी मां पर क़र्ज़ होता तो क्या तुम अदा न करतीं
4. मय्यत के लिए दुआ करना
आपका कोई रिश्तेदार या कोई करीबी इस दुनिया से चला गया तो उसके सवाब पहुँचाने के लिए एक बेहतर तरीका ये है कि आप अल्लाह से उसके लिए मगफिरत की दुआ करें रसूल्लुल लाह सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम जब भी जन्नतुल बकी तशरीफ़ ले जाते तो सभी के लिए दुआ फरमाते