24 Lesson By Prophet Muhammad In Hindi
ज़िन्दगी गुज़ारने के 24 सबक़
दोस्तों ! सीखना और न सीखना हमारी आने वाली ज़िन्दगी के रुख को तय करता है कि हम किस तरफ जाने वाले हैं, यानि जो जितना ज़्यादा सीखता और अमल करता है, उतना ही ज़्यादा वो कामयाब होता है, और जो न सीखे तो उसकी ज़िन्दगी वहीँ पर रुक जाती है और जिस मक़ाम पर वो कल था वहीँ वो आज है और वहीँ वो कल भी होगा |
बहरहाल सीखना ही ज़िन्दगी है इसीलिए हम बहुत सारी बातें अपने बड़ों से सीखते हैं, लेकिन उन सब में हमारे प्यारे नबी पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम की बात सब से ज़्यादा अहम् और सच्ची हैं, वैसे तो हमारे नबी ने एक कामयाब ज़िन्दगी के बहुत सारे गुर बताये हैं लेकिन यहाँ पर हम सिर्फ 24 Important ज़िन्दगी के सबक़ ज़िक्र करने जा रहे हैं जो आने वाली ज़िन्दगी में हर किसी के लिए रहनुमा साबित होंगे इसलिए इनको न सिर्फ पढ़ें बल्कि आज ही से इन पर अमल करना शुरू कर दें |
ये बातें हदीस में आप को एक जगह नहीं मिलेंगी बल्कि पैगम्बर मुहम्मद (स.अ.) ने अपनी हदीसों में अलग-अलग मौकों पर ये बातें फरमाई हैं जिनको एक जगह इकठ्ठा करके यहाँ पेश किया जाता है |
4 चीजें आपको बीमार कर सकती हैं
बहुत ज़्यादा बात करना
बहुत ज्यादा सोना
बहुत ज़्यादा खाना
ज़रुरत से ज़्यादा लोगों से मिलना जुलना
4 चीजें जो आपकी सेहत को तबाह करती हैं
फ़िक्र, चिंता
उदासी / ग़म
भूख
रात को देर से सोना
4 चीजें जो आपके चेहरे से नूर और खुशी को दूर करती हैं:
झूठ बोलना
बुरा और ग़लत काम करना (भले ही आपको पता हो कि वह बुरा है)
बहस में पड़ना उस चीज़ में जिस के बारे में आपको जानकारी न हो
बदकारी करना (अल्लाह के डर के बगैर गलत काम करना)
4 चीज़ें जो चेहरे की रोशनी और खुशी बढ़ाने वाली
तक़वा ( अल्लाह का लिहाज़ रखना, डरना )
वफादारी
सख़ावत (अच्छा और दयालु होना)
बिना कहे दूसरों की मदद करना
4 चीजें जो आपके रिज्क को रोकती हैं
(नोट : रिज्क का मतलब आपकी ज़िन्दगी गुज़ारने की तमाम ज़रूरतें वो चाहे खाना हो कपड़ा हो मकान हो या बीवी हो वगैरह)
सुबह देर से उठना
पाँचों वक़्त नमाज़ में हाज़िर न होना
सुस्ती और काहिली
धोखा या बेईमानी
4 चीजें जो रिज्क को लाती हैं या बढ़ाती हैं:
इबादत करना
इस्तिग्फार की कसरत ( यानि ज़्यादा से ज़्यादा इस्तिग्फार पढ़ना )
सदक़ा देते रहना
अल्लाह का ज़िक्र करना
ये बातें आज ही से बल्कि अभी से हम सबके अमल में आ जानी चाहिए। ये सोचकर कि हमारे नबी ने जो सबक हमें दिए हैं वो 100% हमारी ज़िन्दगी में इन्कलाब ला सकते हैं क्यूंकि इस से पहले सहाबा ने अमल किया तो अल्लाह ने दुनिया भी उनके नाम लिख दी और आख़िरत भी |
अल्लाह तआला हम सबको अमल करने की तौफ़ीक़ अता फरमाए