5 Benefits Of Surah Takasur In Hindi | सूरह तकासुर के 5 फ़ायदे

5 Benefits Of Surah Takasur In Hindi

5 Benefits Of Surah Takasur In Hindi |

सूरह तकासुर के 5 फ़ायदे

अल्लाह के कलाम के बेशुमार फ़ायदे हैं जिस्मानी भी और रोहानी भी, और पूरा कलाम ही क्यूँ इसकी एक एक सूरह के भी लतादाद फ़ायदे हैं बल्कि अगर मैं ये कहूं तो ग़लत नहीं होगा कि इसकी एक एक आयत के अन्दर अल्लाह तआला ने वो राज़ छुपा रखे हैं कि दुनिया हो या आख़िरत, हर जगह फ़तह और जीत का परचम लहराने के लिए बस ये एक कलामुल लाह यानि कुरआन ही काफ़ी है और जैसा कि आप को मालूम है कि हम सूरह का ट्रांसलेशन और उसके फ़ायदे बयान करते रहते हैं उसी तरह आज कुरआन से एक सूरह सूरह तकासुर के 5 फ़ायदे (5 Benefits Of Surah Takasur In Hindi ) पेश करेंगे जो बुजुर्गों ने अपने तजुर्बे की बुनियाद पर बताये हैं

सब से पहले तो आप जान लीजिये कि सूरह तकासुर यानि (अल्हाकुमुत तकासुर) मक्की सूरह है और इसमें 8 आयतें हैं हदीस पाक में आया है हज़रत अब्दुल्ला बिन उमर र.अ. फरमाते हैं कि एक दिन रसूलुल लाह (सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम) ने दरयाफ्त फ़रमाया :

तुम में से कोई जो रोज़ाना एक हज़ार आयात की तिलावत करने की ताक़त नहीं रखता ? तो सहाबा ने अर्ज़ किया या रसूलल लाह (स.अ.) कौन है जो रोज़ाना एक हज़ार आयत की तिलावत कर सके ? आप ने फ़रमाया तुम में से कोई अल्हाकुमुत तकासुर की तिलावत नहीं कर सकता ?

इस हदीस से पता चला कि इस सूरह को पढने से एक हज़ार आयतों का सवाब मिल सकता है ये तो थी इस सूरह की फ़ज़ीलत, अब फ़ज़ीलत के बाद जान लीजिये कि इस सूरह को पढने के कौन से अलग अलग रोहानी और जिस्मानी फ़ायदे हैं

5 Benefits Of Surah Takasur In Hindi | सूरह तकासुर के 5 फ़ायदे

1. आधे सर के दर्द के लिए

किसी के आधे सर में होता हो और वो इसको लेकर बड़ा परेशान हो तो उसको करना ये है कि शहादत की ऊँगली को माथे पर गोल गोल फेरते रहें और सूरह तकासुर यानि अल्हाकुमुत तकासुर पूरी सूरह पढ़ते रहें फिर चंद बार पढने के बाद उसके सर पर फूँक दें इंशाअल्लाह सर दर्द ख़त्म हो जायेगा और शिफ़ा मिल जाएगी

2. माल की मुहब्बत ख़त्म करने के लिए

अगर किसी के अन्दर माल की मुहब्बत और लालच बहुत ज़्यादा बढ़ रहा हो तो उसकी इस्लाह और सुधार के लिए फ़जर के बाद तीन बार इस सूरह की तिलावत करके उसपर दम कर दे या पानी पर दम करके उसको पिला दिया करे, और अगर खुद चाहता है कि माल की मुहब्बत मेरे अन्दर इस क़दर नहीं होनी चाहिए और ये ख़त्म हो जाये तो उसे चाहिए कि फ़जर की नमाज़ के बाद 3 बार सूरह तकासुर पढ़ कर अपने सीने पर दम कर लिया करे तो इंशाअल्लाह शिफ़ा हासिल होगी

3. बुख्ल और कन्जूसी ख़त्म करने के लिए

किसी के अन्दर कंजूसी इस हद तक हो कि ज़रुरत की जगह पर भी ख़र्च न करता हो तो उसकी हालत बदलने के लिए और उसकी कंजूसी ख़त्म करने लिए फ़जर के बाद 21 बार इस सूरह की तिलावत की जाये और पानी पर दम करके उसको पिलाया जाये या उसके खाने पीने या नाश्ते पर दम करके उसको खिला दिया जाये, और अगर कोई शख्स अपने अन्दर कन्जूसी और बुख्ल पाता हो और ये चाहता हो कि मेरे अन्दर की आदत ख़त्म होनी चाहिए तो फज्र की नमाज़ के बाद 21 बार पढ़ कर ख़ुद पर दम कर लिया करे और पानी पर दम कर के पी लिया करे और ऐसा 41 दिन तक करे

4. मरहूम वालिदैन से ख्व़ाब में मुलाक़ात के लिए

बहुत से लोग चाहते हैं कि अपने मरहूम वालिदैन या कोई अपना क़रीबी जो इस दुनिया से रुखसत हो गया हो उस से ख्व़ाब में बातें करें तो अगर कोई ऐसा करना चाहता है तो शबे जुमा में शुरू और आख़िर में दुरूद शरीफ़ के साथ सूरह तकासुर को 113 बार पढ़ कर अपने ऊपर दम करे और दुआ करे कि या अल्लाह फुलां जो मरहूम है उस से मेरी मुलाक़ात हो जाये इंशाअल्लाह बहुत जल्द ख्व़ाब में मुलाक़ात हो जाएगी

5. बहुत ज़्यादा क़र्ज़ से निजात के लिए

कोई शख्स क़र्ज़ के बोझ के तले दबा हुआ हो तो रोज़ाना क़र्ज़ की अदायगी की नियत से फज्र नमाज़ के बाद 3 बार इस सूरह को पढ़ लिया करे और ऐसा 90 दिन तक करता रहे इंशाअल्लाह क़र्ज़ का बोझ उतर जायेगा

सूरह तकासुर की तिलावत सुनें

अल्लाह तआला कुरआन की बरकात से हम को मालामाल फरमाए 

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