Benefits Of Soorah Yaseen In Hindi |
सूरह यासीन से होने वाली बरकतें
मरने वाले के पास पढना
मरने वाले के पास नज़ा की हालत यानी जब आखिरी साँसे लेने के वक़्त सूरह यासीन पढ़ना सुन्नत है | इससे सकरात की तकलीफ आसान हो जाती है |
खाने में बरकत के लिए
खाने में बरकत के लिए शादी और दूसरी दावतों के मौके पर पढ़ना बहुत मुजर्रब है
बच्चे की पैदाइश के वक़्त
दर्दे ज़ेह यानी बच्चे की पैदाइश के वक़्त होने वाला दर्द के मौके पर जच्चा को तीन बार पानी पर दम करके पिलाने से विलादत में बहुत आसानी हो जाती है |
बादशाह या दुश्मन का खौफ हो
एक जगह मन्क़ूल है कि जब बादशाह या दुश्मन का खौफ और डर हो तब इस सूरत के पढ़ने से डर और खौफ जाता रहता है
मुश्किल या मुसीबत के वक़्त
सूरह यासीन का किसी भी मुश्किल या मुसीबत के वक़्त पढ़ना बहुत मुजर्रब है इससे हर तकलीफ दूर होती है
सूरह यासीन एक बार में 41 बार पढ़ना बड़ी बड़ी मुश्किलात दूर करने के लिए मुजर्रब है जैसे जेल से रिहाई और बच्ची की शादी वग़ैरह
दुश्मन से बचने के लिए
दुश्मन के सामने आने से पहले और घर से निकलने से पहले सूरह यासीन पढ़ले तो दुश्मन हम को नहीं देख सकता |
सब से बेहतर ये है कि इसे रोजाना अपनी ज़िन्दगी में शामिल किया जाये तो हमारी ज़िन्दगी में बरकत हासिल हो जिसकी हमें सख्त ज़रुरत है और सवाब के लिए पढना चाहिए बरकतें खुद इंशा अल्लाह हासिल होंगी
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