15 Important Things Of Islam | Islam Me Amal Karne Ki 15 Baaten
नबी पाक मुहम्मद सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम की खिदमत में एक वफ्द (गिरोह ) आया इस गिरोह में सात आदमी थे तो नबी स.अ. ने उनके रहन सहन को पसंदीदा नज़रों से देखा
पुछा तुम कौन हो ?
उन्होंने जवाब दिया : हम मोमिन हैं
नबी स. अ. ने फ़रमाया : हर कही हुई बात की एक हकीकत होती है बताओ तुम्हरी इस बात की और तुम्हारे ईमान की क्या हकीकत है ?
ईमान की हकीकत
उन्होंने अर्ज़ किया : हम में 15 आदतें हैं
5 वो हैं जिन पर यकीन रखने का हुक्म और 5 वो हैं जिन पर अमल करने का हुक्म आप के भेजे हुए लोगों ने दिया है और 5 वो हैं जिन पर हम पहले से पाबन्द हैं
इस्लाम पर अमल करने की 15 बातें
पांच बातें जिन पर नबी स. अ. के दाईयों ( दीन की दावत देने वाले ) ने ईमान लेन का हुक्म दिया है
- खुदा पर ईमान लाना
- फरिश्तों पर ईमान लाना
- अल्लाह की किताबों पर ईमान लाना
- अल्लाह के पैगम्बरों पर ईमान लाना
- मरने के बाद दोबारा जिंदा किये जाने पर ईमान लाना
पांच बातें जिन पर हमें अमल करने का हुक्म दिया गया है
- ला इलाहा इल्लल लाह कहना
- पांच वक़्त की नमाज़ोन का कायम करना
- ज़कात देना
- रमजान के रोज़े रखना
- बेतुल्लाह ( अल्लाह का घर ) का हज करना जिस के पास इसकी हय्सियत हो
पांच बातें जिन पर हम पहले से पाबंद हैं
- ख़ुशी में अल्लाह का शुक्र करना
- मुसीबत के वक़्त सब्र करना
- तकदीरे इलाही पर राज़ी रहना
- दुनियावी इम्तिहान के वक़्त साबित क़दम और सच्चाई पर रहना
- दुश्मनों को भी गाली न देना
रसूल स.अ. ने फ़रमाया : 5 चीज़ें और बताये देता हूँ ताकि पूरी बीस हो जाएँ
- वो चीज़ें जमा न करो जो खाना न हो
- वो मकान न बनाओ जिसमें बसना न हो
- ऐसी बातों में मुकाबला न करो जिन्हें कल छोड़ देना हो
- खुदा का तक्वा ( लिहाज़ ) रखो जिसकी तरफ लौट कर जाना है और उस के सामने हाज़िर होना है
- उन चीज़ों में दिलचस्पी रखो जो आखिरत में तुम्हारे काम आयेंगी जहाँ हमेशा तुम रहोगे