Thajjud ke Benefits Hindi
तहज्जुद के जिस्मानी और रोहानी फ़ायदे
जब पूरी दुनिया सोती है, तो अल्लाह तआला रात के आखिरी तीसरे हिस्से में आसमाने दुनिया पर आते हैं, और तीन सदायें लगाते हैं
- कोई है जो मुझ से दुआ मांगे और मैं उसकी दुआ कुबूल करूं
- कोई है है जो मुझ से सवाल करे और मैं उसे अता करूं
- कोई है जो गुनाहों की माफ़ी चाहे और मैं और मैं उसके गुनाहों को बख्श दूं
हममें से कितने लोग इस पुकार का जवाब देते हैं और मौक़े का फ़ायदा उठाते हैं ? जबकि नबी स.अ., सहाबा और बुज़ुर्गाने दीन हमेशा तहज्जुद के पाबन्द थे। अल्लाह तआला ऐसे शख्स से बहुत ख़ुश होता है जो सिर्फ़ उसी की इबादत के लिए आधी रात को अपनी नींद कुरबान करता है । और तहज्जुद जैसी इबादत सिर्फ वही कर सकता है जो अल्लाह की इबादत, मुहब्बत में मुखलिस हो और सच्चा मोमिन हो क्योंकि….
- रात के इस वक़्त कोई रियाकारी (दिखावा) नहीं हो सकता।
- बंदा अपने रब के साथ अकेला है, उसके डर से रो रहा है, अपनी समस्याओं का दुखड़ा रो रहा है, और रब से मदद मांग रहा है। ऐसे नेक बन्दे के लिए, अल्लाह ने ऐसा इनाम देने का वादा किया है जो वह सोच भी नहीं सकता है ।
तहज्जुद ने लोगों की ज़िन्दगी को कैसे बदला, इसकी बेशुमार कहानियां हैं। तहज्जुद में मांगी गयी अल्लाह से मदद ने उनकी मुश्किलों को चमत्कारिक ढंग से हल किया। ये सिर्फ़ तहज्जुद में की गयी दुआ के बदौलत हुआ और ऐसा क्यूँ न हो जबकि
नमाज़े तहज्जुद के दुनिया व आखिरत के फ़ायदे
1. जन्नत हासिल होगी
अल्लाह (swt) ने कुरान में मुत्तक़ून का लफ्ज़ इस्तेमाल क्या है जो रात में इबादत करते हैं । ये मुत्तकून जन्नत के सभी सुखों का मज़ा ले रहे होंगे।
2. नेक आरज़ुओं और तमन्नाओं को पूरा करता है
अगर आप ज़िन्दगी में कुछ हासिल करने की तमन्ना रखते हैं, तो दो चीजें ज़रूरी हैं – अपने काम को पूरी लगन से करना फिर उस काम में खैरो बरकत के लिए अल्लाह से मदद माँगना । क्यूंकि सारी कायनात उसी के कंट्रोल में है अगर कोई दुआ दिल से मांगी जाये तो उसे ज़रूर कुबूल करता है | मुसलमानों के पास हर रात मौका है कि वे हर मामले में अल्लाह से मदद मांगे ।
3. समस्याओं का हल
जब आप किसी मुश्किल में हों, तो अपनी उम्मीदें कमज़ोर इंसानों से बांधने के बजाय, अल्लाह पर भरोसा करें । जब बंदा अल्लाह पर भरोसा करता है और मदद मांगता है, तो उसकी मदद ऐसी जगहों से की जाती है जहाँ से कोई उम्मीद नहीं होती ।
इमाम शाफ़ई ने कहा कि तहज्जुद में की गयी दुआ एक ऐसे तीर की तरह है जो अपने निशाने को नहीं चूकता।
4. मुश्किलों में सब्र और सुकून हासिल होता है
आज़माइश के वक़्त, फ़िक्र और मायूसी आम तौर से दिल में बस जाती है। इस से आदमी बेचैन हो जाता है। ऐसे में तहज्जुद से दिल को सुकून हासिल होगा । रात के आखिरी हिस्से में बंदा अल्लाह के सबसे करीब होता है। सजदों में अपनी मुश्किलों का रोना आपके दिल को शांत करेगा और आपको आपकी समस्याओं का सामना करने में मदद देगा।
5. नफ्स को कंट्रोल करता है
इस वक़्त नमाज़ आपको अपने नफ़्स पर कंट्रोल पाने और गुनाहों से रुकने में मदद करेगा क्योंकि आप रात के अंधेरे में दुनिया की हलचल से दूर रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं।
नमाज़ तहज्जुद के जिस्मानी फायदे
नमाज़ के दौरान जिस्म के कई हिस्से हरकत में आते हैं जिस से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और नमाज़ के दौरान मन बहुत ही सुकून में होता है ख़ास कर सुबह के वक़्त में जिस से जिस्म पर जो पोज़िटिव असरात पड़ेंगे उसका आप अंदाज़ा नहीं लगा सकते | यहाँ पर कुछ जिस्मानी फायदे लिखे जाते हैं
तहज्जुद के वक़्त नमाज़ पढ़ना….
1. Immunity System में सुधार लाता है
2. कई बीमारयों को निकाल देता है
3. चेहरे पर ग्लो लाता है और उसकी चमक में इजाफा करता है
4. ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है
5. मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है
6. पैरों में दर्द को रोकता है
7. गर्दन की मांसपेशियों को आराम देता है
8. पीठ के दर्द को रोकता है
सलाते तहज्जुद के दुसरे फ़ायदे
• आपको एक मज़हबी शख्स बनाता है
• नफ्सियाती ( Psychological ) बूस्टर
• आपको एक बेहतर इंसान बनाता है
• आपको खुदा के करीब लाता है
• जब आप खुदा के इतने करेब होते हैं तो आपको और बड़ा बनने की तरफ उभरता है
• और बताता है कि हमारे पास जो कुछ भी है उसके लिए हम खुदा के शुक्रगुज़ार हैं
• आप महफ़ूज़ और स्वस्थ महसूस करते हैं
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