Dua For Qarz
क़र्ज़ और लोन से छुटकारा पाने की दुआ जो नबी (स.अ.) ने सिखाई
इस्लाम में किसी ज़रुरत मंद को क़र्ज़ देना, और अगर वो वक़्त पर ना दे पाए तो उसके साथ नरमी करना, और किसी दुसरे का क़र्ज़ अपने सर लेकर उसे अदा कर देना बहुत बड़ा सवाब बताया गया है | लेकिन लोन या क़र्ज़ उन चीजों में से एक हैं जो अगर ज़्यादा हो जाये तो ये तनाव के साथ-साथ डिप्रेशन का की वजह बन जाता है और कुछ लोग तो इस बोझ की ताब ना लाकर सुसाइड तक कर लेते हैं ।
हम यहाँ पर नबी स.अ के ज़रिये बताई गयी एक दुआ पेश करेंगे जो क़र्ज़ की अदायगी के लिए बहुत मददगार है
क़र्ज़ की अदायगी के लिए दुआ
Hindi : अल्लाहुम्मक फ़िनी बिहालालिक अन हरामिक व अगनिनी बि फ़ज्लिका अम मन सिवाक
English : Allahummak Fini Bi Halalik An Haramik Wa Agnini Bifazlika Am Man Siwak
Translation : ए अल्लाह मुझे मुतमइन फरमा हलाल चीज़ों से, और दूर रख हराम चीज़ों से, और मुझे अपने फजल से गनी फरमा, और मुझे खुद कफ़ील फरमा दूसरों के आगे हाथ फ़ैलाने से
एक वाकिया
तिरमिज़ी शरीफ़ में कहा गया है कि एक शख्स कर्ज में था, इसलिए वह हज़रत अली इब्न अबी तालिब (र.अ.) के पास आया, और उसने क़र्ज़ की अदायगी के लिए कुछ मदद मांगी। इसलिए हज़रत अली र.अ. उसे यह दुआ सिखाई, जो उन्हें पैगंबर मुहम्मद (PBUH) ने सिखाई थी।
हकीकत में, अल्लाह तआला ने कुरान और हदीस में हर चीज को वाज़ेह कर दिया है, अगर हम इन पर अमल करते हैं तो हम अपनी ज़िन्दगी को पहले से बेहतर बना सकते हैं । हम इन दुआओं और हदीस में बताये गए अमल को ज़रूर अपनी ज़िन्दगी में शामिल करें क्यूंकि ये अमल इसी ज़मीन पर खुद अल्लाह के नबी के ज़रिये किये गए हैं |
यह ऐसी दुआ है जिसे हम सभी को जानना चाहिए, और याद रखना चाहिए और इसे जानने वालों के साथ शेयर करना चाहिए। क्यूंकि ये ऐसी पावरफुल दुआ है जो बड़े तनाव से छुटकारा दिला सकती है, और हमें हर तरह की फ़िक्र से महफ़ूज़ कर सकती है ।