Istigfaar Ke 8 Fayde
इस्तिग्फार के 8 बड़े फ़ायदे जो कुरान ने बयान किये हैं
अल्लाह ने इंसान को किसी भी काम की आज़ादी दी हुई है इसीलिए वो अक्सर किसी न किसी छोटे या बड़े गुनाह में पड़ जाता है । इसलिए, अल्लाह ने मुसलमानों को एक आसान तरीक़ा अता किया है जो अगर पूरी ईमानदारी और इखलास के साथ की जाएँ तो गुनाह जड़ से ख़त्म हो जाएँ जो है इस्तिग्फार ।
“अस्तग़फिरुल्लाह ” ( Astagfirul Laah ) एक आसान लेकिन पावरफुल दुआ है जो एक मुसलमान किसी भी वक़्त पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उसकी सुनेंगे । क्यूंकि वो बन्दों पर बहुत महेरबान है । यहां तक कि कुरान में, अल्लाह तआला ने कई जगहों पर माफी मांगने का हुक्म दिया है। इस खूबसूरत दुआ से अल्लाह तआला वहाँ से नवाज़ेगा जहाँ से कभी कोई उम्मीद भी नहीं की होगी ।
कुरान में इस्तिग्फार के 8 बड़े फ़ायदे बताये गए हैं।
1. यह रहमत के दरवाज़े खोलता है
कुरान कहता है, “अपने रब से माफ़ी मांगो, वह बहुत बख्शने वाले हैं “[कुरान 71:10]
हदीस के मुताबिक़, नबी स.अ., ने फ़रमाया, “अल्लाह दिन तक अपना हाथ बढ़ाता है, ताकि रात का गुनाहगार तौबा कर सके और वह रात तक अपना हाथ बढ़ाता है ताकि दिन का गुनाहगार तौबा कर सके। “मुस्लिम शरीफ़ ” यह अल्लाह तआला की रहमत है कि वह अपने बन्दे के लिए हाथ बढ़ाता है।
2. इससे आपके माल और औलाद में इज़ाफ़ा होगा
कुरान कहता है, “और वो तुम्हारी दौलत और औलाद में इज़ाफ़ा अता करेगा ।” [कुरान, 71:12]
आज हर कोई माल के पीछे के पीछे लगा हुआ है और जिस के पास औलाद न हो वो औलाद के हासिल करने के लिए क्या क्या जतन नहीं कर रहा , लेकिन क्या उन्हें नहीं पता कि इस्तिग्फार से बंद दरवाज़े भी खुल सकते हैं और औलाद से मायूस लोग अपनी मुराद को पा सकते हैं इसलिए ये मौक़ा हाथ से जाने न दीजिये |
3. इस्तिग्फार करने वालों की दुआ ज़रूर कुबूल होती है
एक मोमिन के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं है कि वह जो कुछ दुआ करे, अल्लाह उसको कुबूल करे, हक़ीक़त में ऐसा होगा क्यूंकि इस्तिग्फार में वो ताक़त है कि वो दुआ को कुबूल करवाने में मदद करता है ।
4. इस्तिग्फार रिज्क और हमारी ज़रूरते पूरी करता है
कुरान कहता है, “अपने अल्लाह से माफी मांगो और मगफिरत तलब करो, वह आपको एक मखसूस मुद्दत के लिए एक राहत की ज़िन्दगी से नवाजेगा और हर बेहतर अमल करने वाले को उसका सवाब अता फरमाएगा ” [कुरान, 11: 3]
इस आयत में अल्लाह ने इस्तिग्फार करने पर ख़ास कर रोज़ी और रिज्क व हमारी ज़रूरतों को पूरी करने का वादा फ़रमाया है तो हमें इस मौके को गवाना नहीं चाहिए |
5. इस्तिग्फार करने वाला अल्लाह की पकड़ से बच जाता है
कुरान कहता है, “और अल्लाह उनको अज़ाब नहीं देंगे जब तक वो मगफिरत तलब करते रहेंगे ” [कुरान, 8:33]
इंसान बहुत सारी तकलीफों और मुसीबतों से दो चार होता है ऐसे में इस्तिग्फार बेशुमार बलाओ और आफतों को टालने वाला है |
6. अल्लाह रहमत की बारिश करेगा
कुरान कहता है, “और अल्लाह तुम पर मूसलाधार बारिश बरसाएंगे ।” [कुरान, 71:11]
हम पर अज़ाब का एक हिस्सा ये है कि बारिश रुक जाती है । लेकिन अस्तगफ़ार हमारे लिए अल्लाह की रहमत की बारिश लाने का एक बेहतरीन तरीका है ।
7. हमारी ज़िन्दगी में ताकत का इज़ाफ़ा करता है
कुरान कहता है, “ अपने रब से माफ़ी मांगो और उससे तौबा करो, वह तुम पर आसमान से बारिश भेजेगा और तुम्हारी ताकत में इज़ाफ़ा करेगा “[कुरान 11]
यह दुनिया हमें कमजोर और परेशान करने के पर तुली हुई है। ऐसे में इस्तिग्फार से ज़हनी, जज्बाती और रोहानी तौर पर ताक़त और सब्र हासिल होता है।
8. अल्लाह आपको बाग़ों और नहरों से नवाज़ेगा
कुरान कहता है, “ अल्लाह तुम्हारे लिए माल औलाद को बढ़ायेंगे और तुमको बाग़ अता फरमाएंगे और नहरें जारी फरमाएंगे । “[कुरान, 71:12]
इस ज़मीन पर या उसके बाद अल्लाह का कुरान में वादा है कि वह बाग़ों और नहरों से नवाजेगा उस को जो नियमित रूप से अस्तगफ़र करता है।
तो आइए ! हम सब मिल कर अल्लाह से इस्तिग्फार करने की आदत डालें।