Qabr Ke Azab Se Bachne Ke Tareeqe
क़ब्र के अज़ाब से बचने के तरीक़े
क़ब्र जो कि आख़िरत की सब से पहली मंजिल है और मरने के बाद इंसान को सब से पहले इसी गढ़े का सामना करना होता है और नेक व बुरे इंसान की सज़ा व जज़ा का मरहला यहीं से शुरू होता है यानि अगर बंदा नेक है तो क़ब्र उसपर जन्नत का बाग़ बन जाती है और अगर बुरा है तो यही क़ब्र उसपर और ज़्यादा तंग हो जाती है |
क़ब्र का अज़ाब जो कि बहुत ही ज़्यादा हौलनाक है अगर इससे बचना है तो आइये रसूलुल लाह स.अ. के बताये हुए कुछ तरीकों पर अमल करें यक़ीनन अल्लाह तआला क़ब्र की मंजिल आसान कर देंगे |
1. सूरह मुल्क पढ़ना
नबी स.अ. ने फ़रमाया : कुराने मजीद की एक सूरत है इसकी 30 आयतें हैं सूरह मुल्क उसका नाम है जो शख्स उसको पढ़ता है तो ये अज़ाबे क़ब्र से उसको महफ़ूज़ करवा देती है |
एक दूसरी हदीस में है कि जो रात को सोते वक़्त सूरह मुल्क पढ़ कर सोता है तो क़यामत के दिन कब्र के अज़ाब से भी बचायेगी हश्र में भी सिफ़ारिश करेगी और जब तक जन्नत में दाखिल नहीं करवा लेगी सिफ़ारिश छोड़ेगी ही नहीं |
2. अल्लाह का ज़िक्र
हमारे नबी स.अ. ने फ़रमाया : अल्लाह का ज़िक्र इन्सान को अज़ाबे क़ब्र से बचाएगा
यानि जब दुनिया से मुहब्बत होगी तो दिन रात उसी के तज्करे होंगे और अगर मुहब्बत अल्लाह से होगी तो ज़्यादातर ज़िक्र उसी का दिल और ज़बान पर होगा तो ये मुहब्बत और ज़िक्र आपको अज़ाबे क़ब्र से बचाएगा |
3. दुआ
Dua In Hindi : अल्लाहुम्मा रब्बा जिब्राईल, व मीकाईल, व रब्बा इसराफ़ील, व अऊ ज़ुबिका मिन हररिन नार, व मिन अज़ाबिल क़ब्र
Translation : ए जिब्राईल, मीकाईल, इसराफ़ील के खालिक व मालिक मैं तेरी पनाह में आता हूँ तू मुझे आग के अज़ाब से और क़ब्र के अज़ाब से महफ़ूज़ फरमा |
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kabar par surah mulak padhne se kya faiz hota h murde k liy
jaldi btaye ans bhut late dete h aap log
murde ke azaab men kami aa jati hai