Eidul Fitr Ki Namaz Ghar Par Kaise Padhen
ईद की नमाज़ घर पर कैसे पढ़ें ?
जैसा कि लॉकडाउन चल रहा है और ऐसे में ईद की नमाज़ ईदगाह में पढने के बजाये घर में ही पढना पड़ेगा, तो ईद की नमाज़ से रिलेटेड कुछ अहम् बातें हम बयान करेंगे जो सब के लिए जानना ज़रूरी है, उसके बाद फिर नमाज़ का तरीक़ा भी ( Eid Ki Namaz Ka Tareeqa ) बताएँगे |
ईदुल फ़ित्र की नमाज़ के कुछ ज़रूरी पॉइंट्स
1. ईद की नमाज़ में न अज़ान होती है और न इक़ामत कही जाती है
2. लेकिन इस नमाज़ में 6 तक्बीरें ज्यादा होती हैं, 3 तक्बीरें पहली रकात में सना पढने के बाद, और 3 तक्बीरें दूसरी रकात में रुकू में जाने पहले
3. और इस नमाज़ में ख़ुत्बा नमाज़ के बाद होता है
इदुल अज़हा ( बक़रीद ) की नमाज़ कैसे पढ़ें
ईद की नमाज़ का तरीक़ा | Eid Ki Namaz Ka Tareeqa
अब हम स्टेप ब स्टेप नमाज़ का तरीक़ा बताते हैं
1. पहली रकात
ईद की नमाज़ की नियत ( Eid Ki Namaz Ki Niyat Kaise Karen )
नियत करता हूँ मैं दो रकात नमाज़ वाजिब, मय 6 ज़ायेद तकबीरों के, वास्ते अल्लाह तआला के, रुख मेरा काबे शरीफ़ की तरफ़ “अल्लाहु अकबर” कहते हुए हाथ बाँध लें
इसके बाद सना पढ़ें : सुब हानकल लाहुम्मा व बिहम्दिका व तबा रकस्मुका व तआला जददुका वला इलाहा गैरुक
सना पढने के बाद तीन तक्बीरें कहनी है: अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर
दो बार अल्लाहु अकबर कह कर कानों तक हाथ उठायें और छोड़ दें
तीसरी बार में अल्लाहु अकबर कह कर कानों तक हाथ उठायें और फिर बाँध लें
फिर अलहम्दु शरीफ़ ( सूरह फ़ातिहा) और कोई सूरह पढ़ कर रुकू में जाएँ और सजदा करें इसी तरह ये रकात आम नमाज़ों की तरह पूरी करें |
2. दूसरी रकात
अब दूसरी रकात में जब आप खड़े होंगे तो अलहम्दु शरीफ़ और कोई सूरह पढ़ने के बाद फिर चार तक्बीरें कहनी हैं
तीन तकबीरों में हाथ उठा कर छोड़ देना है, और चौथी तकबीर में बगैर हाथ उठाये रुकू में चले जाना है, इसके बाद फिर आम नमाज़ों की तरह इस नमाज़ को पूरी करना है, उसके बाद दुआ मांगनी है
3. नमाज़ के बाद दो ख़ुत्बे
नमाज़ पूरी करके दुआ मांगने के बाद खड़े होकर पहला ख़ुत्बा दें, फिर 5 से 6 सेकंड बैठ जाएँ, फिर दूसरा ख़ुत्बा दें, अब आपकी नमाज़ मुकम्मल हो गयी |
ईद का ख़ुत्बा पढ़ने के लिए क्लिक करें
ईद की नमाज़ का वक़्त कब शुरू होता है ?
ईदुल फ़ित्र की नमाज़ का वक़्त सूरज निकलने के तक़रीबन 20 मिनट बाद शुरू हो जाता है
इदुल फ़ित्र की नमाज़ फ़र्ज़ या वाजिब है ?
इदुल फ़ित्र की नमाज़ फ़र्ज़ नहीं बल्कि वाजिब है
ईद की नमाज़ के लिए कितने लोगों का होना ज़रूरी है ?
ईद की नमाज़ के लिए कम से कम चार बालिग़ मर्दों का होना ज़रूरी है, ये नहीं कि दो मर्द हैं और दो औरतें मिलकर चार हो गए तो नमाज़ हो जाएगी, ऐसा नहीं है बल्कि 4 मर्दों का होना ज़रूरी है इसके बाद अगर औरतें चाहें तो नमाज़ में शरीक हो सकती हैं
अगर घर में कोई अकेला हो या दो ही लोग हों तो क्या करें ?
उलमा ने इसका एक हल बताया है कि लॉक डाउन के चलते अगर नमाज़ पढने की कोई सूरत ना बन पा रही हो तो चाश्त की नमाज़ पढ़ ले
चाश्त की नमाज़ कितनी रकात पढ़े ?
चार रकात तक दो दो रकात कर के चाश्त की नमाज़ पढ़ ले
ईदुलफ़ित्र की नमाज़ में कितनी रकातें होती हैं ?
इस नमाज़ में दो रकातें होती हैं
क्या औरतें ईद की नमाज़ पढ़ेंगी ?
ईद की नमाज़ औरतों पर वाजिब नहीं है, लेकिन घर में जमात हो रही हो तो अगर वो चाहें तो जमात में शामिल हो सकती हैं |
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