Makka Me Shaitan |
मक्का में शैतान को मारे गए पत्थर कहाँ जाते हैं ?
किसी भी मुसलमान को हज की तौफ़ीक़ मिल जाना एक बहुत बड़ी खुशनसीबी की बात है, फिर जब एक बंदा हज को जाता है तो उसमें कई अलग अलग रस्में करने के बाद हज मुकम्मल हो पाता है, उन्ही रस्मों में से एक शैतान को पत्थर मरना भी है, और ये काम उस वक़्त किया जाता है जब तमाम हाजी अराफ़ात और मुज्दालिफा में रुकने के बाद मिना ( एक जगह का नाम है ) जाते हैं और मिना में ही वो जगह है जहाँ शैतान को कंकरियां मारी जाती हैं
आपके दिमाग में सवाल आया हो होगा कि हर हाजी शैतान को सात कंकरियां मारता है तो इतनी सारी कंकरियां जाती कहाँ हैं और फिर मारने के लिए कंकरियां मिलती कहाँ से हैं, तो चलिए इसके बारे में हम जानते हैं कि इसका इन्तेजाम कैसे किया जाता है और उनको ठिकाने कैसे लगाया जाता है
सब से पहले तो ये जान लीजिये कि जहाँ कंकरियां मारी जाती हैं वो जगह चार मन्जिल गहरी है यानि उसमें क़रीबन 15 मीटर गहराई है ,जो हाजी पत्थर मारता है वो उसी जगह जाकर इकठ्ठा हो जाती हैं, सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) से बात करते हुए, केदाना कंपनी के एक कर्मचारी, ई. अहमद अल-सुबही ने खुलासा किया कि जमारत में कन्कारियों को संभालने का काम हाजियों के पत्थर मारने का काम ख़त्म होने के पहले दुसरे और तीसरे दिन शुरू होता है और उसको 4 चरण में पूरा किया जाता है
चरण 1: पत्थर एक जगह इकट्ठा हो जाते हैं
चरण 2: फिर पत्थरों को एक बड़े आटोमेटिक टब में मुन्ताकिल किया जाता है
चरण 3: पत्थरों को छोटे-छोटे हिस्सों में इकट्ठा किया जाता है
चरण 4: और फिर इन पत्थरों को दुसरे हाजियों को फिर से इस्तेमाल करने के लिए recycle किया जाता है
अल-सुबही ने बताया कि हाजियों के फेंके गए कंकर जो नीचे की ओर गिरते हैं और तहखाने में जाकर जमा हो जाते हैं, फिर उन पत्थरों को इकट्ठा करने और उन पर पानी छिड़कने, कंकड़ से चिपकी धूल और गंदगी को हटाने का काम किया जाता है । आख़िर में, साफ किए गए कंकरों को वाहन में स्थानांतरित कर दिया जाता है और हज सीजन समाप्त होने के बाद दोबारा इस्तेमाल के लिए उसको स्टोर कर लिया जाता है
अल-सुबही ने बताया कि हज के मौसम के दौरान हाजियों की संख्या के अनुसार कई टन कंकड़ होंगे।