5 Signs After Sin In Hindi |
5 निशानियाँ जो गुनाह करने के बाद दिखती हैं
जब इंसान गुनाह करता है, तो उस गुनाह का असर उसकी पूरी ज़िंदगी पर पड़ता है और उस गुनाह के बाद उस की ज़िन्दगी में कई बदलाव आते हैं, जो धीरे धीरे उसे खुद भी महसूस होने लगते हैं, लेकिन कभी-कभी वह इन बदलावों को ठीक से समझ नहीं पाता। तो इस पोस्ट में हम ज़िक्र करेंगे वो 5 निशानियाँ जो गुनाह करने के बाद दिखाई देती हैं (5 Signs After Sin In Hindi)। और इन्सान ख़ुद में महसूस करता है |
गुनाह करने के बाद इंसान में होने वाले ये बदलाव सीधे तौर पर उसकी रूहानी और ज़हनी (मानसिक) हालात पर असर डालते हैं। ये 5 निशानियाँ इस बात का इशारा करती हैं कि इंसान को अपनी जिंदगी में सुधार की जरूरत है। और जब तक इंसान इन बदलावों को समझकर तौबा नहीं करता, तब तक उसकी ज़िन्दगी में यह नेगेटिव असर बना रहता है।
तो आइए, जानते हैं वो 5 Signs After Sin या 5 निशानियाँ जो गुनाह करने के बाद दिखती हैं, जो इंसान की ज़िंदगी को बहुत नुक़सान पहुंचाती हैं और जो बताती हैं कि गुनाह छोड़ो इंशाअल्लाह सब कुछ ठीक हो जायेगा
5 Signs After Sin In Hindi | 5 निशानियाँ जो गुनाह करने के बाद दिखती हैं
1. चेहरे पर स्याही का असर
अगर किसी इंसान से गुनाह हो जाता है और तौबा नहीं करता, तो इसका असर सबसे पहला उसके चेहरे पर दिखाई देता है उसके चेहरे से नूर ख़त्म हो जाता है और चेहरा मुरझाया हुआ और थका-थका सा लगने लगता है, और वो मासूमियत और सादगी जो एक अल्लाह वाले के अन्दर होती है वो छीन ली जाती है ।
2. दिल में अंधेरा छा जाता है
किसी से गुनाह हो गया और उसके बाद उसने तौबा नहीं की तो गुनाह का असर दिल पर भी पड़ता है, और जब दिल पर असर आता है तो उसके दिल में घबराहट और अंधेरा फैल जाता है। बुज़दिली उसके दिल में अपना घर बना लेती है नतीजा क्या होता है वह अपने Future को लेकर बहुत फिक्रमंद रहता है और सोचता रहता है, “क्या होगा?” ऐसेशख्स का दिल हमेशा तनाव और फ़िक्र से घिरा रहता है।
3. जिस्मानी कमजोरी
एक वक़्त था कि सिर्फ़ खजूर सहाबा र.अ. की ख़ुराक थी लेकिन मैदाने जंग में वो बहादुरी और ताक़त का ज़बरदस्त मुज़ाहरा करते थे लेकिन ये गुनाह ऐसी ख़तरनाक चीज़ है कि इससे इंसान की जिस्मानी ताकत में भी कमी आ जाती है। बहुत सारी कड़ी मेहनत के बावजूद, उसका शरीर कमजोर रहता है, और वह अपने काम में चुस्ती महसूस नहीं करता। इस जिस्मानी कमजोरी के साथ-साथ, उसका मन भी नेकी और अच्छे कामों की तरफ नहीं बढ़ता।
4. रिज्क़ में कमी
इन्सान दिन रात जिस के लिए दौड़ता भागता है वो है रोज़ी और रिज्क़ की तलाश, और दुआ करता है कि इसमें बरकत हो लेकिन गुनाह का असर रिज्क़ पर ऐसा पड़ता है कि इस में बरकत ख़त्म हो जाती है चाहे जितनी मालो दौलत हो लेकिन पूरा नहीं पड़ता और इतना सब होने के बावुजूद इन्सान ख़ुशी को तरस जाता है, और यह हालत तब तक बनी रहती है जब तक तौबा न कर ली जाये ।
5. लोगों का गुनाहगार से नफ़रत होना
गुनाह करने से एक और नुकसान यह होता है कि लोग उस इंसान से दूर भागते हैं। भले ही वह खुद को बहुत बड़ा Important समझता हो, लेकिन उसका उसका बर्ताव और बुराई उसे दूसरों के दिलों से निकाल देती है। जब इंसान अल्लाह के हुक्म को नजरअंदाज करता है, तो अल्लाह तआला भी उसे दूसरों के दिलों से नफरत दिलवाते हैं जब इन्सान अल्लाह से मुहब्बत रखता है तो अल्लाह फ़रिश्तों से कहता है तुम भी मेरे बन्दे से मुहब्बत करो
इन निशानियों को समझकर हमें अपनी जिंदगी में सुधार लाने की कोशिश करनी चाहिए और गुनाह से बचने की राह पर चलना चाहिए।