Dua For Family Protection Hindi |
7 दुआएं आप और आपकी फ़ैमिली की हिफ़ाज़त के लिए
आज आपको मैं एक वैक्सीन (vaccine ) के बारे में बताने जा रहा हूँ, जिसको अगर आपने रोज़ाना 2 मिनट दे कर लगा ली, तो इंशाअल्लाह ये आपको सिर्फ़ corona और दुसरे viruses से ही नहीं बचाएगी, बल्कि बुरी नज़र, जलन, जिन्नात का असर या जादू, टोना टोटका या इस जैसे दुसरे कई ख़तरों से महफ़ूज़ रखेगी, मैं बात कर रहा हूँ, वो 7 दुआएं आप और आपकी फ़ैमिली की हिफ़ाज़त के लिए (Dua For Family Protection Hindi) हैं
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें नहीं पता कि इन तमाम ख़तरों का इलाज क़ुरान पाक से करना चाहिए, क्यूंकि नबी पाक (सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम) न सिर्फ़ ख़ुद ऐसा करते थे बल्कि पूरी उम्मत को कुछ दुआओं की तालीम देकर गए हैं कि इन दुआओं को अगर अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बना लिया तो इंशाअल्लाह किसी भी अनहोनी से महफ़ूज़ रहोगे
इन दुआओं के पढ़ने से पहले इस बात का दिल में यक़ीन रखे कि पूरा कुरान हमारी जिस्मानी और रोहानी बीमारियों के लिए शिफा (एक इलाज) है, इसलिए इसे daily dose की तरह पढ़ें और अपने ईमान को मजबूत करें, और ज़माने के ख़तरों से अपने आपको महफ़ूज़ करें
नोट : यहाँ पर एक और बात जान लेना बहुत ज़रूरी है कि अल्लाह तआला अगर न चाहे तो कोई भी हमारा नुकसान नहीं कर सकता, और अगर अल्लाह चाहे तो कोई भी हमें बचा नहीं सकता, इसलिए हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि नुकसान हमारे लिए एक आज़माइश (इम्तेहान) भी हो सकता है, जो कि अल्लाह तआला अपने बन्दों को क़रीब लाने के लिए करते हैं
तो यहाँ पर वो 7 छोटी सी दुआएं इंशाअल्लाह बयान करेंगे जिन्हें आप ख़ुद पढ़ें और अपने परिवार फ़ैमिली को इसके पढ़ने की ताकीद फ़रमायें ताकि इन दुआओं का असर उन्हें अपनी दामन में समेट ले
पहली दुआ :
दुआ : अ ऊज़ुबिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
तरजुमा : पनाह मांगता हूँ मैं अल्लाह की शैतान मरदूद से
दूसरी दुआ
दुआ : बिस्मिल्लाहि अरक़ीका मिन कुल्लि शैइय युअ’जीका मिन शर-रि कुल्लि नफ्सिन अव ऐनिन हासिद, अल्लाहु यश्फीका, बिस्मिल्लाहि अरक़ीका
तरजुमा : अल्लाह के नाम के साथ मैं तुझ पर दम करता हूँ हर उस तकलीफ़ से जो तुझे तकलीफ़ दे, और हर इंसान के या हसद करने वाली आँख के शर से अल्लाह तुझे शिफ़ा दे, मैं अल्लाह के नाम से तुझ पर दम करता हूँ
तीसरी दुआ
दुआ : उईज़ु बिकलिमातिल लाहि ताम्मति मिन कुल्लि शैतानिव व हाम्मह, वमिन कुल्लि ऐनिल लाम्मह
तरजुमा : मैं अल्लाह के मुकम्मल कालिमात की पनाह में आता हूँ हर शैतान से ज़हर दार जानवर से, और हर नज़र लगाने वाली आँख से
चौथी दुआ
दुआ : बिस्मिल्लाहि ला यदुर्रू म असमिही शैउन फ़िल अरदि वला फ़िस समाअ.. वहुवस समीउल अलीम
तरजुमा : उस अल्लाह के नाम से जिस के नाम से ज़मीन आसमान की कोई चीज़ नुक़सान नहीं पहुंचा सकती और वही ज़ात सुनने वाली और जानने वाली है
पांचवी दुआ
दुआ : अऊज़ु बिकलिमातिल लाहित ताम्मति मिन शररी मा ख़लक़
तरजुमा : मैं अल्लाह के मुकम्मल कालिमात की पनाह में आता हूँ तमाम मख्लूकात के शर से
छठी दुआ
दुआ : अल्लाहु ला इलाहा इल्लाहू, अल हय्युल क़य्यूम, ला तअ’खुज़ुहू सिनतुव वला नौम, लहू मा फिस सामावाति वमा फ़िल अर्ज़, मन ज़ल लज़ी यश फ़ऊ इन्दहू इल्ला बि इजनिह, यअलमु मा बैना अयदी हिम वमा खल्फहुम, वला युहीतूना बिशय इम मिन इल्मिही इल्ला बिमा शा..अ, वसिअ कुरसिय्यु हुस समावति वल अर्ज़, वला यऊ दुहू हिफ्ज़ुहुमा, वहुवल अलिय्युल अज़ीम
तरजुमा : वो अल्लाह जिसके सिवा कोई माबूद नहीं, वही हमेशा जिंदा और बाकी रहने वाला है, न उसको ऊंघ आती है न नींद, जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है सब उसी का है, कौन है जो बगैर उसकी इजाज़त के उसकी सिफारिश कर सके, वो उसे भी जनता है जो मख्लूकात के सामने है और उसे भी जो उन से ओझल है, बन्दे उसके इल्म का ज़रा भी इहाता नहीं कर सकते सिवाए उन बातों के इल्म के जो खुद अल्लाह देना चाहे, उसकी ( हुकूमत ) की कुर्सी ज़मीन और असमान को घेरे हुए है, ज़मीनों आसमान की हिफाज़त उसपर दुशवार नहीं, वह बहुत बलंद और अज़ीम ज़ात है
सातवीं दुआ
सूरह इखलास, सूरह फ़लक, सूरह नास
नोट : ये तमाम दुआएं क़ुरान और हदीस से ली गयी हैं