Dua In Hindi | Zyada Baarish Aur Baadh Me Kya Padhen
ज़्यादा बारिश और बाढ़ के वक़्त क्या पढ़ें ?
जब गर्मी से इंसान झुलस जाता है ,और चिलचिलाती धुप से खेतों की ज़मीन में दरारें पड़ने लगती हैं और चटियल मैदान अपनी सूखी मिटटी को धूल बना कर उडाना शुरू कर देते हैं उस वक़्त पूरी दुनिया आसमान की तरफ़ देखकर एक ही सवाल करती है ए दुनिया को पैदा करने वाले “ मदद ” तब आसमान से बूंदों की शक्ल में मदद आती है जिसका नाम है बारिश ( Baarish )
बारिश जोकि एक नेमत है लेकिन जब ज़रुरत से ज्यादा हो तो ये ज़हमत हो जाती है , ये नेमत ज़हमत न बन जाये इसलिए बारिश के वक़्त और बारिश के बाद की कुछ दुआएं हैं जिनका विरद ज़रूर करना चाहिए |
चूँकि ये बारिश का मौसम है इसलिए कुछ इलाक़ों में ज़्यादा बारिश हो रही है, कुछ जगहों पर सामान्य जबकि कुछ इलाक़ों में बारिश को लोग तरस रहे हैं ।
ऐसे हालात में जब बारिश न हो तो उसे अल्लाह से मांगने की ज़रुरत होती है
और अगर हो तो रब के शुक्राने की ज़रुरत पड़ती है
और बारिश जब बाढ़ की शक्ल इख्तियार कर ले तो उसे रोकने के लिए भी खुदा को मनाने की ज़रुरत पड़ती है
इसीलिए हम बारिश को पाने, रोकने, और होने पर शुक्राने के लिए मस्नून दुआएं हिंदी में पेश कर रहें हैं
बारिश न होने पर ये दुआ पढ़ें
आमतौर पर, यह दुआ उस वक़्त के लिए है जब आपका इलाक़ा या शहर भीषण गर्मी का सामना कर रहा हो और बारिश न हो रही हो तो ऐसे में बारिश की दरख्वास्त अल्लाह से करने के लिए आप इस दुआ को पढ़ सकते हैं ।
जब बारिश हो रही हो उस वक़्त ये दुआ पढ़ें
यह दुआ तब सही होती है जब बारिश जब बारिश होने पर आप अल्लाह का शुक्र करना चाहते हैं । इस में बंदा अल्लाह से कहता है कि इस बारिश को सभी के लिए खुशगवार बना दे । इस दुआ को बारिश के समय ज़रूर पढ़ना चाहिए ।
ज़्यादा बारिश और बाढ़ के वक़्त ये दुआ पढ़ें
कभी-कभी कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा बारिश का सामना करना पड़ता है, जो बाढ़ और कई दूसरी मुसीबत की वजह बनती है जिससे कई लोगों की जान जा सकती है। लेकिन बारिश और गरज के दौरान इस दुआ को पढ़ा जाये तो यक़ीनन अल्लाह हम पर अपना रहम फरमाये।
नोट : अगर ये इनफार्मेशन आपको पसंद आए तो इसको नीचे दिए गए शेयरिंग बटन से शेयर ज़रूर करें | अल्लाह आपका और हमारा हामी व मददगार हो