Ham Ne Aankhon Se Dekha Nahin Hai Magar Naat Lyrics |
हम ने आँखों से देखा नहीं है मगर
जब कभी हम नबी की तारीफ़ में कहे गए कुछ अशआर यानि नात सुनते हैं तो हमारे अन्दर नबी से मुहब्बत का जज्बा उमड़ने लगता है और हम भी उस नात को गुनगुना लेते हैं जिनको शायर ने मुहब्बत के समन्दर में डूब कर अपने जज़्बात का इज़हार किया होता है, उन्ही ख़ूबसूरत नातों में एक ख़ूबसूरत नात हम यहाँ पेश करेंगे जो कि है, हम ने आँखों से देखा नहीं है मगर (Ham Ne Aankhon Se Dekha Nahin Hai Magar Naat Lyrics) जिसका सुनना और पढ़ना दिल को सुकून और सुरूर देता है
Ham Ne Aankhon Se Dekha Nahin Hai Magar Naat Lyrics
हम ने आँखों से देखा नहीं है मगर
उनकी तस्वीर सीने में मौजूद है
जिसने लाकर कलामे इलाही दिया
वो मुहम्मद मदीने में मौजूद है
फूल खिलते हैं पढ़ पढ़ के सल्ले अला
झूम कर कह रही है ये बादे सबा
ऐसी ख़ुशबू चमन के गुलों में कहाँ
जो नबी के पसीने में मौजूद है
हम ने माना कि जन्नत बहुत है हसीं
छोड़ कर हम मदीना न जाएँ कहीं
यूँ तो जन्नत में सब है मदीना नहीं
और जन्नत मदीने में मौजूद है
छोड़ना तेरा तैबा गवारा नहीं
सारी दुनिया में ऐसा नज़ारा नही
ऐसा मन्ज़र ज़माने में देखा नहीं
जैसा मन्ज़र मदीने में मौजूद है
Ham Ne Aankhon Se Dekha Nahin Hai Magar
Ham Ne Aankhon Se Dekha Nahi Hai Magar
Unki Tasveer Seene Men Maujood Hai
Jisne Lakar Kalame Ilahi Diya
Wo Muhammad Madeene Men Maujood Hai
Ham Ne Mana Ki Jannat Bahut Hai Haseen
Chod Kar Ham Madeena Na Jayen Kahin
Yun To Jannat Men Sab Hai Madeena Nahin
Aur Jannat Madine Men Maujood Hai
Phool Khilte Hain Padh Padh Ke Sale Alaa
Jhoom Kar Kah Rahi Ye Baade Saba
Aisi Khushboo Chaman Ke Gulon Men Kahan
Jo Nabi Ke Paseene Men Maujood Hai
Chodna Tera Taiba Gawara Nahin
Sari Duniya Men Aisa Nazara Nahin
Aisa Manzar Zamane Me Dekha Nahi
Jaisa Manzar Madeene Me Maujood Hai
मुश्किल अलफ़ाज़ के मानी
कलामे इलाही : कुरआन पाक
बादे सबा : हवा का झोंका
चमन के गुल : बाग़ के फूल