Hasbunal Lahu Wania’mal Wakeel Benefits Hindi
हस्बुनल लाहु व निअ’मल वकील के फ़ायदे
कुराने पाक की तिलावत और पढ़ने के बेशुमार फ़ायदे हैं क्यूंकि उसकी हर एक आयत एक पैग़ाम रखती है, मुश्किलों को आसान करती है, रोहानी और जिस्मानी मसअले हल करती है, और पढने वाले पर इन आयातों की रहमत बरसती है, और सुकून नाज़िल होता है |
क़ुरान शरीफ़ की इन्ही आयतों में से एक आयत है “हस्बुनल लाहु व निअ’मल वकील” जो सूरह आले इमरान में है और जिसकी बड़ी फ़ज़ीलत है, इसका पढने वाला इस बात को साफ़ कर देता है कि मुश्किलें कैसी भी हों उन सब को हल करने के लिए अल्लाह ही काफी है और उसी पर भरोसा है और वही बेहतर काम बनाने वाला है |
ये आयत कब और किस ने पढ़ी ?
जंगे उहुद के बाद अबू सूफ़ियान ने मुसलमानों को डराने के लिए ये खबर उड़ाई कि हम लोग बहुत बड़ी फ़ौज लेकर मदीने पर हमला करने की तय्यारी में हैं, उस वक़्त मदीने में हालात ऐसे थे कि मुसलमान घबरा जाते क्यूंकि अभी उहुद की जंग में काफ़ी नुक़सान हो चुका था लेकिन घबराने के बजाये मुसलमानों ने यही अलफ़ाज़ कहे “हमारे लिए अल्लाह ही काफी है” (मतलब ये कि कितना भी बड़ा लश्कर हो हम उससे डरने वाले नहीं हैं)
खैर ! इतना पढ़ कर आपको इस आयत के बारे में पता चल गया होगा अब आगे हम इस आयत के कुछ फ़ायदे बताएँगे जिसे पढ़ कर आप अपनी अलग अलग मुश्किलों का हल पा सकते हैं
आयत ये है…
Aayat : हस्बुनल लाहु व निअ’मल वकील ( आयत न.173 सूरह न. 3 )
Translation : हमारे लिए अल्लाह ही काफ़ी है और वही बेहतरीन कारसाज़ है
Hasbunal Lahu Wania’mal Wakeel
रिज्क में बढ़ोतरी और क़र्ज़ की अदायगी के लिए
पहले 11 बार दुरूद शरीफ़ पढ़ें
308 बार इस ( ऊपर दी गयी ) आयत को पढ़ें
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किसी काम को पूरा करने के लिए
अगर कोई ख़ास काम आपने शुरू किया है और उस को खैर और आफियत के साथ पूरा करना चाहते हैं तो
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आखिर में भी 11 बार दुरूद शरीफ़ पढ़ें
मुश्किलों और परेशानियों से हिफ़ाज़त के लिए
अगर कोई किसी तरह की मुसीबतों और परेशानियों में घिरा है और चाहता है कि इन से मेरी हिफ़ाज़त हो तो
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जादू जिन्नात को भगाने के लिए
अगर किसी पर आसीब या जादू का असर हो तो
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इस ( ऊपर दी गयी ) आयत को 450 बार पढ़े
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इन में से आपको जो भी परेशानी हो वही वज़ीफ़ा चुनें और रोजाना इसको पढ़ते रहें इंशाअल्लाह बहुत जल्द इसका आप देख लेंगे