Idul Azaha Namaaz 2021 : इदुल अजहा ( बक़रीद ) व ईद की नमाज़ कैसे पढ़ें ?

baqreed ki namaaz kaise padhen

Idul Adaha Namaaz 2020 :

इदुल अजहा ( ( बक़रीद ) व ईद की नमाज़ कैसे पढ़ें

इदुल फ़ित्र ( Eidul Fitr ) और इदुल अजहा ( Eidul Azha ) की नमाज़ हर उस शख्स पर वाजिब है जिस पर जुमा वाजिब है

और ये दो रकात वाली नमाज़ है और इस का तरीका भी वही है जो दूसरी नमाज़ों का है

ईद की नमाज़ और दूसरी नमाज़ों का फर्क

फर्क सिर्फ इतना है कि इस में 6 तक्बीरें ज़्यादा कही जाती हैं तीन पहली रकात में और तीन दूसरी रकात में |

idul azha namaz kaise padhen

Idul Azha Aur Id ki Namaaz Kaise Padhen | ईदुल अज़हा और ईद कि नमाज़ कैसे पढ़ें

नमाज़ शुरू करने के लिए सब से पहले नियत करें

” नियत करता हूँ मै दो रकात नमाज़ 6 ज़ायेद तकबीरों के साथ पीछे इस इमाम के रुख मेरा काबे शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर

लेकिन अगर आप इतनी लम्बी चौड़ी बात न कह कर सिर्फ इतना कह लें कि इस इमाम के पीछे ईद की या ईदुल अज़हा की नमाज़ अदा कर रहा हूँ तो यही काफी है क्यूंकि नियत सिर्फ दिल के इरादे का नाम है लम्बी चौड़ी तक़रीर का नहीं |

पहली रकात

तकबीर यानि अल्लाहु अकबर कह कर हाथ बाँध लें फिर सना पढ़ें

सना पढने के बाद तीन तक्बीरें होंगी

1. अल्लाहु अकबर  : हाथ उठायें और छोड़ दें

2. अल्लाहु अकबर  : हाथ उठायें और छोड़ दें

3. अल्लाहु अकबर  : हाथ उठायें और बाँध लें

फिर सुरह फातिहा ( अलहम्दु शरीफ़ ) और कोई सूरत पढ़ी जाएगी फिर रुकू और सजदा करके ये रकात पूरी की जाएगी |

दूसरी रकात

दूसरी रकात के लिए खड़े होने के बाद सुरह फातिहा ( अलहम्दु शरीफ़ ) और कोई सूरत पढ़ी जाएगी

इस के बाद रुकू में जाने से पहले इमाम चार तक्बीरें कहेगा

1. अल्लाहु अकबर : हाथ उठायें और छोड़ दें

2. अल्लाहु अकबर : हाथ उठायें और छोड़ दें

3. अल्लाहु अकबर : हाथ उठायें और छोड़ दें

4. अल्लाहु अकबर : रुकू में चले जाएँ

और फिर इसी तरह अपनी दूसरी रकात पूरी करें इसके बाद अपनी जगह बैठा रहे और खुतबा सुने क्यूंकि खुतबा सुने बगैर जाना नहीं चाहिए |

idul azha namaz

ईद की नमाज़ के मसाइल

अगर ईद की नमाज़ में देर से पहुंचा तो ….

अगर आपको इतनी देर हो गयी कि इमाम पहली रकात की तीन ज़ायेद तक्बीरें कह चुका तो आप को चाहिए कि नियत बांधने के बाद हाथ उठाते हुए तीनों तक्बीरे कह ले |

अगर इमाम रुकू में था तो ….

अगर इमाम पहली रकात के रुकू में है और आपको रुकू मिल जाने की उम्मीद है तो पहले तक्बीरे तहरीमा कह लें उस के बाद तीनों तक्बीरें कह कर रुकू में चले जाएँ

और अगर आपको रुकू मिलने की उम्मीद नहीं है तो सिर्फ तक्बीरे तहरीमा कह कर रुकू में चले जाएँ और हाथ उठाये बगैर तीनों तक्बीरें पढ़ लें उसके बाद रुकू की तस्बीह पढ़े

अगर इमाम दूसरी रकात में है तो …

अगर आपकी एक या दोनों रकातें छूट गयी तो इमाम के सलाम फेरने के बाद उठ कर अपनी रकात पूरी करे और जिस जगह ज़ायेद तक्बीरे कही जाती हैं उन तकबीरों को कहे |

 

अल्लाह हमारी टूटी फूटी इबादतों को कुबूल फरमाए

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