Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai Nazm Lyrics Hindi
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
मौत एक ऐसी अटल और भयानक हक़ीक़त है जिसके बारे में क़ुरआन कहता है कि “हर नफ्स को मौत का मज़ा चखना है” यानि इस दुनिया में मौजूद हर चीज़ को फ़ना हो जाना है और अपने आख़िरी लम्हे की सख्ती का सामना करना है
और दूसरी जगह क़ुरआन कहता है कि “तुम कहीं भी हो मौत तुम्हें पकड़ कर रहेगी चाहे तुम मज़बूत किलों में ही क्यूँ न हो” यानि कोई ऐसी मज़बूत जगह नहीं जो तुम्हें मौत से छुट्कारा दिला सके और न ही कोई आबे हयात है जो तुम्हें हमेशा जीने के क़ाबिल बना सके
तो इसी टॉपिक पर Youtube पे एक नज़्म है (Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai) जो कि हम गफ़लत में पड़े लोगों को मौत की याद दिलाती है और ज़िन्दगी को बेहतर तरीक़े से जीने का अहसास कराती है, वो नज़्म ये है….
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai Nazm Lyrics Hindi
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
जहाँ में हैं इबरत के हर सू नमूने
मगर तुझ को अँधा किया रंग बू ने
कभी गौर से भी ये देखा है तूने
जो आबाद थे वो महल अब हैं सूने
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
मिले ख़ाक में अहले शा कैसे कैसे
मकीं हो गए ला मका कैसे कैसे
हुए नामवर बेनिशान कैसे कैसे
ज़मीन खा गयी नौजवान कैसे
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
अजल ने किसरा ही छोड़ा ना दारा
इसी से सिकंदर सा फ़ातेह भी हारा
हर एक छोड़ के क्या क्या हसरत सिधारा
पड़ा रह गया सब यहीं ठाठ सारा
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
तुझे पहले बचपन ने बरसों खिलाया
जवानी ने फ़िर तुझ को मजनूँ बनाया
बुढ़ापे ने फ़िर आके क्या क्या सताया
अजल तेरा कर देगी बिलकुल सफ़ाया
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
ये दुनिया ए फ़ानी है महबूब तुझको
हुइ आह क्या चीज़ मरगूब तुझको
नहीं अक्ल इतनी भी मजज़ूब तुझको
समझ लेना अब चाहिए ख़ूब तुझको
जगह जी लगाने की दुनिया नहीं है
ये इबरत की जा है तमाशा नहीं है
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai Nazm Lyrics English
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai
Jaha Men Hain Ibrat Ke Har Soo Namoone
Magar Tujh Ko Andha Kiya Rang Boo Ne
Kabhi Gaur Se Bhi Ye Dekha Hai Tune
Jo Aabad The O Mahal Ab Hain Soone
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai
Mile Khaak Men Ahle Shaa Kaise Kaise
Makeen Ho Gaye La Makaan Kaise Kaise
Huye Naamwar Benishaan Kaise Kaise
Zameen Kha Gayi Naujawan Kaise Kaise
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai
Ajal Ne Na Kisra Hi Choda Na Dara
Isi Se Sikandar Sa Fateh Bhi Hara
Har Ek Chod Ke Kya Kya Hasrat Sidhara
Pada Rah Gaya Sab Yahin Thaath Sara
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai
Tujhe Pahe Bachpan Ne Barson Khilaya
Jawani Fir Tujhko Majnoon Banaya
Budhape Ne Fir Aake Kya Kya Sataya
Ajal Tera Kar Degi Bilkul Safaya
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai
Ye Duniya E Fani Hai Margoob Tujhko
Hui Aah Kya Cheez Margoon Tujhko
Nahin Aql Itni Bhi Hai Margoob Tujhko
Samajh Lena Ab Chahiye Khoob Tujhko
Jagah Ji Lagane Ki Duniya Nahi Hai
Ye Ibrat Ki Ja Hai Tamasha Nahin Hai