Surah Al-Qariah Benefits Hindi | सूरह अल-क़ारिअह के 3 ज़बरदस्त फ़ायदे

3 Benefits Of Surah Al-Qariah

Surah Al-Qariah Benefits Hindi |

सूरह अल-क़ारिअह के 3 ज़बरदस्त फ़ायदे

सूरह अल-क़ारिअह (Surah Al-Qariah ) कुरआन में 101 नंबर सूरह है जिसमें 11 आयतें हैं, वैसे तो ये एक छोटी सी सूरह है लेकिन अगर हम इसका तरजुमा देखें तो पता चलेगा कि इसमें क़यामत का मन्ज़र पेश किया गया है और बताया गया है कि उस दिन इस दुनिया के साथ और इंसानों के साथ क्या मामला होगा, जिससे इसके पढने वाले को नसीहत हासिल होती है और आख़िरत की तय्यारी की फ़िक्र पैदा होती है

और जहाँ तक बात है कि इसके दुनियावी फ़ायदे तो वो भी बेशुमार हैं लेकिन यहाँ पर सिर्फ़ तीन फ़ायदे बयान करेंगे, आप को मालूम है कि हम मुख्तलिफ सूरतों के फ़ायदे और उनके तरजुमे आपके सामने लाते रहते हैं वैसे ही सूरह अल-क़ारिअह का तरजुमा और तशरीह बयान कर चुके हैं आप उसे पढ़ें और साथ ही ये इस सूरह के 3 ज़बरदस्त फ़ायदे ( Surah Al-Qariah Benefits Hindi ) भी आपको मालूम होने चाहियें

Surah Al-Qariah Benefits Hindi

सूरह अल-क़ारिअह के 3 ज़बरदस्त फ़ायदे

घर में अगर तकलीफ़ देने वाले जानवर पैदा हो जाएँ

अगर घर में तकलीफ़ देने वाले जानवर जैसे कीड़े मकोड़े, सांप, बिच्छू और कोकरोच पैदा हो जाएँ तो एक प्याला लें और उस में पानी डालें फिर नमक मिक्स कर दें, उसके बाद शुरू और आख़िर में दुरूद शरीफ़ के साथ सूरह अल्क़ारिअह को 11 बार पढ़ कर उस में फूँक दें और फिर घर के कोनों में छिड़क दें और खेत में उगी फसलों में छिड़क दें तो इंशाअल्लाह कीड़ा नहीं लगेगा

मियां बीवी में मुहब्बत पैदा करने के लिए

घर में मियां बीवी लड़ते और झगड़ते हैं और हाल ये है कि अच्छी ख़ासी ज़िन्दगी गुज़र गयी बच्चे बड़े हो गए तलाक़ हो नहीं सकती बस इसी तरह सब्र करना है तो अब अगर इनमें मुहब्बत और उल्फ़त पैदा करना चाहते हैं तो इसकेलिए इस सूरह में बड़ा असर है बस आपको करना ये है कि इस सूरह को 107 बार पढ़ें फिर खाने पीने की चीज़ों पर दम करके दोनों मियां बीवी को खिला दे अगर नहीं खिला सकते तो पानी पर दम करके पौदों पर डाल दे और उनकी मुहब्बत की दुआ कर ले, बस एक ही बार के अमल से इंशाअल्लाह उनके अन्दर मुहब्बत पैदा हो जाएगी

नोट : इस वजीफे को दो या तीन लोग मिल कर भी कर सकते हैं

कोई मामला अटका हुआ है या कोई ज़रुरत पेश हो

अगर कोई मामला अटका हुआ है हल नहीं हो रहा है या कोई ज़रुरत पेश है तो रोज़ाना मगरिब के बाद बैठ कर इस सूरत को 41 बार पढें अव्वल आख़िर 11 बार दुरूदे इब्राहीमी पढ़े और 41 दिन तक ये अमल करता रहे इंशाअल्लाह बहुत जल्द उस मुश्किल से अल्लाह तआला निकाल देंगे

अल्लाह तआला हम सबकी मुश्किलें आसान फ़रमाए 

अमीन

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