जादूगर और शैतान के दरमियान क्या चीज़े तय होती है
जादूगर और शैतान के दरमियान अक्सर एक बात तय होती है जिस के मुताबिक जादूगर को कुछ शिर्किया और कुफ्रिया काम ( जिस में अल्लाह की नाफ़रमानी हो ) छिप कर या सब के सामने करने होते है उस के बदले शैतान को जादूगर की खिदमत करनी होती है या उसके लिए खिदमत करने वाले लोग मुहय्या करने होते है
क्यूंकि जिस शैतान के साथ जादूगर की बात तय होती है वो जिनो या शैतानो के किसी एक कबीले का सरदार होता है फिर ये सरदार किसी बेवकूफ को हुक्म देता है की वो उस जादूगर का साथ दे और उसकी हर बात माने चाहे वो लोगो के बीच जुदाई डालने या मुहब्बत डालने वाली बात हो या शौहर को उसकी बीवी से अलग करने वाली बात हो
इस तरह जादूगर इस जिन को अपनी पसंद के बुरे कामों के लिए इस्तेमाल करता है अगर जिन उसकी बात ना माने तो जादूगर उसके कबीले के सरदार से मिलता है और तुह्फे देकर उसके सामने ये ज़ाहिर करता है की वो उस सरदार को बहुत बड़ा मानता है फिर पता चलने पर सरदार उस जिन को सजा देता है और उस जादूगर की खिदमत के लिए दूसरा खिदमतगार मुहय्या करता है
यही वजह है कि जादूगर और उसकी खिदमत पर लगे हुए जिन के दरमियान नफरत होती है और ये जिन खुद जादूगर के घर वालों को परेशांन किये रखता है
कुछ घटिया किस्म के जादूगर तो बेऔलाद ही रह जाते है क्यूंकि उनके खिदमतगार जिन उनकी औलाद को माँ के पेट में ही मार देते है और ये बात जादूगर खुद अच्छी तरह जानते है इसीलिए कई जादूगर औलाद की निअमत के लिए जादू का पेशा छोड़ देते है
एक आमिल ने एक खातून का इलाज किया जिस पर जादू था, आमिल ने जब उस पर कुरान पढ़ा तो जिन उस खातून की जुबां से बोला
मैं इस से निकल नहीं सकता
आमिल ने पुछा : क्यूँ
जिन ने कहा : क्यूंकि मुझे डर है की जादूगर मुझे क़त्ल कर देगा
आमिल ने कहा : तुम ऐसी जगह जाना जहा जादूगर को तुम्हारा पता ना चले
जिन ने कहा : वो मेरे पीछे दुसरे जिनो को भेज कर मुझे पकडवा लेगा
आमिल ने कहा : अगर तुम इस्लाम कुबूल कर लो तो मैं तुम्हे ऐसी आयत सिखला दूंगा जो तुम्हे काफिर जिनो के शर से बचा लेगी
जिन ने कहा : नहीं मैं हरगिज़ इस्लाम कुबूल नहीं करूँगा मैं इसाई ही रहूँगा
आमिल ने कहा : खैर दीन में ज़बरदस्ती नहीं लेकिन इस औरत से तुम्हारा निकल जाना ज़रूरी है
जिन ने कहा : मैं हरगिज़ नहीं निकलूंगा
आमिल के बहुत मजबूर करने पर उसने उस औरत को छोड़ा
ये बात यकीनी है कि जादूगर जितना ज्यादा कुफ्रिया काम करेगा शैतान उसकी उतनी ही बात मानता है